[1]
N. Goyal, “राजस्थान की पाण्डुलिपि संपदा का संवाहक - राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान : एक सर्वेक्षण”, vp, vol. 58, no. 1-4, pp. 131–146, Dec. 2020.